1. पुर्णत: शुद्ध की हुई उदासीन (neutral) सुरा एथिल ऐल्कोहॉल होती है। 2. इसलिए टिंचर निष्कर्षों आदि में केवल एथिल ऐल्कोहॉल का व्यवहार होता है। 3. इसलिए टिंचर निष्कर्षों आदि में केवल एथिल ऐल्कोहॉल का व्यवहार होता है। 4. ऐसे दो सरलतम यौगिक एथिल ऐल्कोहॉल और डाइमेथिल ईथर हैं, जिनका अणुभार तथा अणुसूत्र, 5. अजल हाइड्रेज़ीन जल, मेथिल और एथिल ऐल्कोहॉल में सब अनुपात में मिश्र होता है। 6. हाइड्रोजनीकरण में एथिल ऐल्कोहॉल , ऐसीटिक अम्ल, एथिल ऐसीटेड, संतृप्त हाइड्रोकार्बन जैसे हाइड्रोकार्बनों में नार्मल हेक्सेन ( 7. एथिल ऐल्कोहॉल पर HI की क्रिया से एथिल आयोडाइड, C2 H5 I, बनता है, जबकि डाइमेथिल ईथर से मेथिल आयोडाइड, (CH3I) बनता है।8. सुरा में ऐल्कोहॉल का संदर्भ एथिल ऐल्कोहॉल से होता है, यद्यपि सभी अपितु सुरा में अल्प मात्रा में उच्चतर ऐल्कोहॉल भी उपस्थित होता है। 9. साधारण रूप में एक अणु ग्लूकोज़ से किण्वन के प्रक्रम के उपरांत दो अणु एथिल ऐल्कोहॉल तथा दो अणु कार्बन डाइऑक्साइड प्राप्त होते हैं। 10. सुरा में ऐल्कोहॉल का संदर्भ एथिल ऐल्कोहॉल से होता है, यद्यपि सभी अपितु सुरा में अल्प मात्रा में उच्चतर ऐल्कोहॉल भी उपस्थित होता है।